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Sat. Sep 13th, 2025

इंदौर, मध्य प्रदेश। इंदौर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महिला नेता की फैमिली से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। भाजपा की पूर्व पार्षद प्रत्याशी ममता नारायण जोशी के बेटे अर्जुन जोशी (31 वर्ष) को संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लग गई। घायल अर्जुन को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जांच में मामला प्रेम प्रसंग और पारिवारिक विवाद से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।

कैसे हुई इंदौर में घटना?

सूत्रों और पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार देर रात अर्जुन जोशी खजराना थाना क्षेत्र स्थित अपनी प्रेमिका से मिलने पहुँचा था। उसी दौरान प्रेमिका के पिता भी मौके पर आ गए। अर्जुन और लड़की के पिता के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि विवाद गोलीबारी तक पहुँच गया।

पुलिस का कहना है कि घटना अचानक हुई और अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गोली किसने चलाई। फिलहाल जांच जारी है और पुलिस ने मौके से मिले सबूत जब्त कर लिए हैं।

घायल की स्थिति

31 वर्षीय अर्जुन जोशी को गोली लगने के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के अनुसार –

अर्जुन को पेट के पास गोली लगी है।

ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टरों की टीम ने उसे आपातकालीन उपचार दिया।

फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती है और हालत स्थिर बताई जा रही है।

परिवार और रिश्तेदारों में इस घटना को लेकर अफरा-तफरी का माहौल है।

कौन है इंदौर का अर्जुन जोशी ?

अर्जुन जोशी भाजपा की स्थानीय नेता और पूर्व पार्षद प्रत्याशी ममता नारायण जोशी का बेटा है। ममता जोशी कई बार भाजपा से पार्षद का चुनाव लड़ चुकी हैं और सक्रिय राजनीति में बनी रहती हैं।

परिवार के राजनीतिक बैकग्राउंड के चलते यह मामला और भी सुर्खियों में आ गया है

इंदौर मोमले पर पुलिस की जांच

खजराना थाना पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़े विवाद का लग रहा है।

लड़की के पिता से पूछताछ की जा रही है।

घटना में प्रयुक्त हथियार की तलाश की जा रही है।

मौके पर मौजूद अन्य लोगों से भी बयान दर्ज किए जा रहे हैं।

पुलिस का कहना है कि गोली लड़की के पिता ने चलाई या फिर विवाद के दौरान किसी और से चली, इस पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।

प्रेम प्रसंग का एंगल

जांच में सामने आया है कि अर्जुन का लंबे समय से उसी क्षेत्र की एक युवती से संबंध था। लड़की का परिवार इस रिश्ते का विरोध करता रहा है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात अर्जुन लड़की से मिलने गया था, लेकिन पिता को इसकी भनक लग गई और वे भी वहां पहुँच गए।

यही टकराव दोनों पक्षों के बीच कहासुनी और फिर गोलीकांड की वजह बना।

आसपास के लोगों की गवाही

स्थानीय लोगों ने बताया कि गोली चलने के बाद इलाके में दहशत फैल गई। कई लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और तुरंत पुलिस को सूचना दी।

एक पड़ोसी ने कहा – “हमने अचानक गोली चलने की आवाज सुनी। बाहर निकले तो देखा कि युवक घायल पड़ा था। बाद में पुलिस और एंबुलेंस आई और उसे अस्पताल ले गई।”

इंदौर की राजनीति में हलचल

मामले के सामने आने के बाद इंदौर की राजनीति भी गर्मा गई है। भाजपा और विपक्षी दलों के नेता लगातार इस घटना पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

भाजपा के कुछ नेताओं ने इसे “निजी विवाद” बताया और कहा कि इसे राजनीति से जोड़कर न देखा जाए।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के परिवार लगातार विवादों में घिरते रहते हैं।

सोशल मीडिया पर चर्चा

घटना सामने आते ही सोशल मीडिया पर यह मामला तेजी से वायरल हो गया। ट्विटर (X) और फेसबुक पर लोग इस मामले पर सवाल उठा रहे हैं कि नेता परिवारों के बेटे-बेटियां आखिर ऐसे विवादों में क्यों फंसते हैं?

कई यूजर्स ने इसे कानून-व्यवस्था से भी जोड़ दिया और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए।

पुलिस की आगे की कार्रवाई

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही घटना की सच्चाई सामने आ जाएगी।

लड़की के परिवार से विस्तृत पूछताछ की जा रही है।

घटना में प्रयुक्त हथियार की बैलिस्टिक जांच कराई जाएगी।

अगर गोली लड़की के पिता ने चलाई है तो उनके खिलाफ हत्या के प्रयास (IPC 307) का केस दर्ज किया जा सकता है।

फिलहाल, खजराना थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इंदौर में बढ़ती आपराधिक घटनाएं

यह घटना इंदौर में लगातार बढ़ रही अपराधिक गतिविधियों पर भी सवाल खड़ा करती है। शहर में पिछले कुछ महीनों से कई गोलीकांड, चोरी और हमले की घटनाएं सामने आई हैं।

विशेषज्ञ मानते हैं कि –

युवा पीढ़ी में हथियार रखने और हिंसा का चलन बढ़ रहा है।

प्रेम प्रसंग से जुड़े विवाद अक्सर आपराधिक घटनाओं में बदल जाते हैं।

पुलिस प्रशासन को इस पर सख्ती से रोक लगाने की जरूरत है।

परिवार की प्रतिक्रिया

अर्जुन जोशी का परिवार फिलहाल अस्पताल में है। ममता नारायण जोशी ने मीडिया से बात करने से इनकार किया और कहा कि अभी उनकी प्राथमिकता बेटे का इलाज है।

परिवार का कहना है कि वे पुलिस जांच में पूरा सहयोग करेंगे।

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