बिहार की राजधानी पटना में बढ़ते अपराधों ने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है। चंदन मिश्रा हत्याकांड अब एक नया मोड़ लेता दिख रहा है। इस मामले से जुड़ा एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें आरोपियों को अस्पताल के भीतर हंसते, फोटो खिंचवाते और जश्न मनाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो सामने आने के बाद न सिर्फ जनता आक्रोशित है, बल्कि पुलिस और प्रशासन भी सवालों के घेरे में आ गए हैं।
कौन थे चंदन मिश्रा?
चंदन मिश्रा एक युवा सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय स्तर पर सक्रिय नेता थे। वह न केवल छात्र राजनीति में सक्रिय थे, बल्कि सामाजिक और युवाओं से जुड़े मुद्दों पर भी मुखर रहते थे। पटना के कई हिस्सों में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती थी। ऐसे में दिनदहाड़े उनकी हत्या ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।
हत्या कैसे हुई?
15 जुलाई 2025 को चंदन मिश्रा की दिन के उजाले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह घटना पटना के पॉश इलाके में हुई, जहां आमतौर पर पुलिस गश्त रहती है। चश्मदीदों के मुताबिक, बाइक सवार दो लोगों ने चंदन को तीन गोलियां मारीं और मौके से फरार हो गए। चंदन को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वायरल हुआ अस्पताल का वीडियो
अब जो वीडियो सामने आया है, उसने सभी को चौंका दिया है। वीडियो कथित रूप से हत्या के कुछ घंटे बाद का है, जहां शूटर अस्पताल में भर्ती होने का बहाना बनाकर जश्न मना रहे हैं। वीडियो में आरोपी अस्पताल के बिस्तर पर बैठे नजर आ रहे हैं, उनके चेहरे पर कोई पछतावा नहीं बल्कि हंसी और गर्व झलक रहा है। बताया जा रहा है कि वीडियो शूट करने के बाद उन्होंने उसे अपने निजी व्हाट्सएप ग्रुप में भी साझा किया था।
पुलिस की कार्रवाई
पटना पुलिस ने अब तक इस मामले में तीन संदिग्धों की पहचान कर ली है। वीडियो के आधार पर आरोपियों की तलाश तेज़ कर दी गई है। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि वीडियो की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है ताकि यह प्रमाणित हो सके कि यह वीडियो घटना के बाद का ही है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है।
क्या थी चंदन की हत्या की वजह?
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि चंदन मिश्रा का नाम एक ज़मीन विवाद और स्थानीय राजनीतिक रंजिश से जुड़ा हुआ था। कुछ असामाजिक तत्वों को चंदन की बढ़ती लोकप्रियता से खतरा महसूस हो रहा था। ऐसा माना जा रहा है कि हत्या पूर्व नियोजित और सुनियोजित साजिश के तहत की गई।
विपक्ष का हमला, जनता में आक्रोश
इस पूरे मामले को लेकर बिहार की राजनीति में भी उबाल आ गया है। विपक्षी दलों ने इसे कानून व्यवस्था की विफलता करार दिया है। राजद और कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में फिर से ‘जंगलराज’ लौट आया है। सोशल मीडिया पर भी जनता का गुस्सा साफ देखने को मिल रहा है।
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