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Sat. Sep 13th, 2025

भारत त्योहारों की धरती है और इनमें सबसे विशेष स्थान रखता है मां दुर्गा की पूजा। नवरात्रि के पावन दिनों में चारों ओर भक्ति, श्रद्धा और आस्था का माहौल देखने को मिलता है। पूरे देशभर में अलग-अलग स्थानों पर भव्य दुर्गा पूजा पंडाल बनाए जाते हैं, जिनमें से कई अपनी भव्यता और आकर्षक थीम के लिए प्रसिद्ध होते हैं। इन्हीं में से एक है चेतन छपरा दुर्गा पूजा समिति का आयोजन, जो हर साल किसी न किसी अनोखे अंदाज़ में भक्तों के सामने प्रस्तुत होता है।

चेतन छपरा दुर्गा पूजा समिति की विशेषता

चेतन छपरा में दुर्गा पूजा का आयोजन कई दशकों से लगातार होता आ रहा है। यहां की सबसे बड़ी खासियत यह है कि समिति हर साल एक अलग थीम पर विशेष पंडाल का निर्माण करती है। इस वजह से यहां का आयोजन न केवल आसपास के गांवों बल्कि दूर-दराज़ के क्षेत्रों के लोगों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन जाता है।

पिछले साल समिति ने इंडिया गेट थीम पर भव्य पंडाल बनवाया था, जिसे देखने के लिए हज़ारों श्रद्धालु पहुंचे थे। इस वर्ष यानी 2025 में समिति एक और अद्भुत कृति लेकर आ रही है। इस बार पंडाल का रूप फ्रांस के प्रसिद्ध स्मारक ‘एफिल टॉवर’ पर आधारित होगा। पंडाल निर्माण कार्य जोरों पर है और धीरे-धीरे इसका स्वरूप सामने आने लगा है।

पंडाल निर्माण और समिति की मेहनत

इस आयोजन के पीछे मेहनत और समर्पण की बड़ी भूमिका रहती है। पंडाल निर्माण में स्थानीय कारीगरों की कला झलकती है, वहीं समिति के सदस्य हर कदम पर सहयोग करते हैं। इस वर्ष के आयोजन के संयोजक चुनचुन सिंह (पैक्स अध्यक्ष) हैं। उनके नेतृत्व में समिति के सदस्य – छोटू, पिंटू, डॉ. मंटू, रंजीत शर्मा, मुन्ना, अमित, लोकनाथ, मुकेश शर्मा, विशाल, शक्तिमान और अन्य तमाम लोग पूरी निष्ठा से मां दुर्गा की सेवा में लगे हुए हैं।

इनकी मेहनत ही है कि चेतन छपरा की दुर्गा पूजा हर साल नए आयाम स्थापित करती है और यहां आने वाले भक्तों को अद्भुत अनुभव प्रदान करती है।

कलश यात्रा का महत्व

चेतन छपरा की दुर्गा पूजा का एक और बड़ा आकर्षण है – भव्य कलश यात्रा। परंपरा के अनुसार, दुर्गा पूजा के प्रथम दिन कलश यात्रा का आयोजन किया जाता है। इस दिन ग्राम की माताएं और बहनें सिर पर कलश धारण कर, मां दुर्गा की स्तुति करते हुए यात्रा निकालती हैं। कलश को हिंदू धर्म में शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

इस वर्ष भी 22 सितंबर 2025 को यह यात्रा निकाली जाएगी। आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं और ग्रामवासियों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस यात्रा में शामिल होकर मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करें। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को प्रकट करता है बल्कि समाज में एकता, भाईचारे और सहयोग की भावना को भी मजबूत करता है।

चेतन छपरा पर आध्यात्मिक और सामाजिक महत्व

चेतन छपरा की दुर्गा पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह गांव की सामूहिक शक्ति और सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। आयोजन के दौरान छोटे-बड़े सभी वर्गों के लोग एक साथ मिलकर काम करते हैं। यह अवसर युवाओं को जिम्मेदारी सिखाता है, महिलाओं को भागीदारी का अवसर देता है और बच्चों के लिए सीखने का मौका होता है।

भक्ति और श्रद्धा के अलावा यहां कला, संस्कृति और भारतीय परंपराओं की झलक भी देखने को मिलती है। पंडाल का आकर्षक डिजाइन, सजावट, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम इस आयोजन को और भी भव्य बना देते हैं।

भविष्य की दृष्टि और समिति का प्रयास

चेतन छपरा दुर्गा पूजा समिति का उद्देश्य केवल पूजा का आयोजन करना ही नहीं है, बल्कि समाज में धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों को स्थापित करना भी है। समिति चाहती है कि आने वाली पीढ़ियां भी इस परंपरा को जीवित रखें और हर साल नई रचनात्मकता के साथ मां दुर्गा की भक्ति में डूबें।

समिति के सदस्य यह संदेश भी देना चाहते हैं कि यदि समाज एकजुट होकर किसी कार्य को करे तो किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करना संभव है।

आपका आमंत्रण

इस वर्ष 22 सितंबर से प्रारंभ होने वाले दुर्गा पूजा महोत्सव में चेतन छपरा दुर्गा पूजा समिति ने सभी ग्रामवासियों और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को सप्रेम आमंत्रित किया है। विशेषकर भव्य कलश यात्रा में आपकी उपस्थिति इस आयोजन की शोभा को और बढ़ा देगी।

आइए, इस दुर्गा पूजा पर हम सभी मां दुर्गा की भक्ति में लीन होकर उनसे शक्ति, समृद्धि और सुख-शांति की कामना करें।

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