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Sat. Sep 13th, 2025

भारत में कार खरीदना सिर्फ एक ज़रूरत पूरी करना नहीं, बल्कि जीवन की बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जाता है। नए वाहन की खरीद पर परिवार और रिश्तेदार एकत्र होकर जश्न मनाते हैं और शुभ रस्में निभाते हैं। लेकिन कभी-कभी यह खुशी हादसे का रूप भी ले सकती है। दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहां एक महिला ने नई महिंद्रा Thar खरीदी और उसकी खुशी चंद मिनटों में दर्दनाक हादसे में बदल गई।

क्या है कार का पूरा मामला?

घटना दिल्ली के प्रीत विहार स्थित एक कार शोरूम की है। महिला ने हाल ही में अपनी नई Thar SUV खरीदी थी। भारतीय परंपराओं के मुताबिक, कार को घर लाने से पहले नींबू कुचलने और नारियल फोड़ने की रस्म की जाती है, जिसे बुरी नजर से बचाव और शुभ संकेत माना जाता है।

महिला भी यह रस्म पूरी कर रही थी। लेकिन इसी दौरान कार अचानक अनियंत्रित हो गई। हादसा इतना बड़ा था कि SUV शोरूम की पहली मंजिल से नीचे सड़क पर जा गिरी।

कैसे हुआ कार का हादसा?

मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, महिला रस्म निभाते समय शायद गाड़ी का गियर और एक्सीलरेटर नियंत्रित नहीं कर पाई। थोड़ी-सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन गई। SUV का वजन और उसकी ऊँचाई इतनी थी कि पहली मंजिल से गिरते ही वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।

सबसे बड़ा झटका यह था कि हादसे में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। मौके पर मौजूद लोग तुरंत उन्हें नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उनका इलाज जारी है।

कार से नींबू कुचलने की परंपरा क्यों निभाई जाती है?

भारत में वाहन खरीदते समय नींबू और नारियल कुचलने की परंपरा काफी पुरानी है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से नई गाड़ी पर बुरी शक्तियों का असर नहीं होता और यात्रा सुरक्षित रहती है। कई परिवार इसे अनिवार्य मानते हैं।

लेकिन इस परंपरा को निभाते समय अक्सर लोग सुरक्षा नियमों की अनदेखी कर देते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गाड़ी की टेस्टिंग या पूजा करते समय हमेशा उसे न्यूट्रल गियर में रखना चाहिए और हैंडब्रेक लगाए रखना चाहिए। छोटी सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है।

शोरूम की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

यह हादसा शोरूम की सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़े सवाल खड़े करता है। सामान्यत: शोरूम की ऊपरी मंजिलों पर भारी गाड़ियों का प्रदर्शन तो होता है, लेकिन वहां से गाड़ियों के सड़क पर गिरने जैसी स्थिति की कल्पना करना भी डरावना है।

सवाल उठता है कि आखिर शोरूम में गाड़ियों के टेस्ट या रस्मों के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए गए? यदि वहां बैरिकेड्स या ऊँची रेलिंग लगी होती तो शायद SUV नीचे न गिरती।

महिंद्रा Thar क्यों है खास?

महिंद्रा की Thar भारत में बेहद लोकप्रिय SUV है। इसका डिज़ाइन, ऑफ-रोड क्षमता और मजबूती लोगों को आकर्षित करती है। खासकर युवाओं और एडवेंचर प्रेमियों में इसकी बड़ी डिमांड रहती है।

नई Thar खरीदना कई लोगों का सपना होता है। यही वजह है कि महिला के परिवार के लिए यह पल बेहद खास था। लेकिन दुर्भाग्यवश, उनकी खुशी पलभर में हादसे में बदल गई।

सोशल मीडिया पर चर्चा

हादसे की खबर सामने आते ही सोशल मीडिया पर यह मामला वायरल हो गया। लोग इसे लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं। कुछ लोगों ने महिला के प्रति संवेदना जताई, वहीं कुछ ने सुरक्षा और लापरवाही पर सवाल उठाए।

कई लोगों ने लिखा कि परंपराओं को निभाना अच्छी बात है, लेकिन सुरक्षा के प्रति लापरवाह होना गलत है। वहीं कुछ ने इसे “शोरूम प्रबंधन की विफलता” बताया।

विशेषज्ञों की राय

ऑटोमोबाइल विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए शोरूम और ग्राहकों दोनों को ही जिम्मेदारी लेनी होगी।

  1. गाड़ी की पूजा या रस्म निभाते समय हमेशा उसे स्टार्ट करने से पहले न्यूट्रल गियर में रखें।
  2. हैंडब्रेक जरूर खींचें ताकि गाड़ी हिल न सके।
  3. शोरूम में ऐसे समय प्रशिक्षित कर्मचारी की मौजूदगी जरूरी है।
  4. ऊँची मंजिलों पर रखी गाड़ियों के आसपास बैरिकेड्स लगाना अनिवार्य होना चाहिए।

महिला की स्थिति और आगे की कार्रवाई

हादसे में घायल महिला को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक, महिला की हालत गंभीर जरूर है लेकिन नियंत्रण में है।

पुलिस ने इस मामले में शोरूम प्रबंधन से भी पूछताछ शुरू कर दी है। यह जांच की जा रही है कि क्या सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई थी।

निष्कर्ष

दिल्ली के प्रीत विहार की यह घटना बताती है कि ज़रा-सी लापरवाही जीवनभर की खुशी को हादसे में बदल सकती है। नई Thar खरीदने का जश्न पलभर में डर और दर्द में बदल गया। अब जरूरी है कि शोरूम प्रबंधन सुरक्षा के नियमों को और मजबूत बनाए और ग्राहक भी परंपराओं को निभाते समय सावधानी बरतें।

नई कार खरीदना निस्संदेह खुशी का पल है, लेकिन यह तभी यादगार बनेगा जब खुशी और सुरक्षा दोनों का संतुलन बनाए रखा जाए।

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