बिहार के मोतिहारी जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने समाज और प्रशासन दोनों को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक छात्रा के साथ बागीचा के पास कुछ युवकों ने जबरन छेड़छाड़ की और विरोध करने पर उसके दोस्त की बेरहमी से पिटाई कर दी। आरोपियों ने लड़की को धमकी दी कि अगर वह उनकी बात नहीं मानी तो उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे। इस घटना के बाद इलाके में आक्रोश और डर का माहौल है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कैसे हुआ छेड़छाड़ का मामला ?
पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह अपने घर से थोड़ी दूरी पर घूमने के लिए निकली थी। लौटते समय बागीचा के पास पहले से घात लगाए बैठे दो युवक उसके पास आ गए। युवकों ने उसे धमकाते हुए कहा कि “हमारे साथ चलो, वरना तुम्हारा वीडियो वायरल कर देंगे।” लड़की ने जब इसका विरोध किया तो उन्होंने जबरन उसका हाथ पकड़कर अश्लील हरकत की।
इस दौरान लड़की का एक दोस्त वहां पहुंचा और उसे बचाने की कोशिश की। मगर आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया और जमकर मारपीट की। शोरगुल सुनकर आस-पास के लोग पहुंचे तो आरोपी भाग निकले।
छेड़छाड़ पर पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। पीड़िता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने कुछ ही घंटों में दोनों आरोपियों—नवीन तिवारी और अभिषेक कुमार—को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सख्त धाराओं में केस दर्ज किया गया है और आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
समाज में आक्रोश
यह घटना सामने आने के बाद पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लड़कियों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षित माहौल होना चाहिए। आए दिन छेड़छाड़ और बदसलूकी की घटनाएं समाज की तस्वीर को शर्मसार कर रही हैं। कई सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना की निंदा की और दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा देने की मांग की।
पीड़िता का दर्द
पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि वह इस घटना से बेहद आहत है। उसने कहा, “मैं बस थोड़ी देर टहलने के लिए निकली थी, लेकिन जिस तरह से मुझे धमकाया और छेड़ा गया, उसने मेरी आत्मा को हिला दिया है। मैं चाहती हूं कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कानून लागू हों, ताकि कोई भी लड़की दोबारा ऐसी स्थिति का सामना न करे।”
प्रशासन की जिम्मेदारी
यह घटना इस बात का सबूत है कि अब भी ग्रामीण इलाकों में लड़कियों की सुरक्षा बड़ी चुनौती बनी हुई है। स्कूल-कॉलेज जाने वाली छात्राओं को रोजाना डर और असुरक्षा का सामना करना पड़ता है। प्रशासन के सामने सबसे बड़ी जिम्मेदारी यह है कि वह ऐसे असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई करे और समाज में सुरक्षा का माहौल सुनिश्चित करे।
साइबर धमकी का नया खतरा
इस घटना में सबसे चिंताजनक पहलू है “वीडियो वायरल” करने की धमकी। आज के डिजिटल युग में साइबर धमकियां युवतियों के लिए नया खतरा बन चुकी हैं। अपराधी मोबाइल कैमरे और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर युवतियों को डराने और ब्लैकमेल करने लगे हैं। ऐसे में सरकार और पुलिस को साइबर अपराध के खिलाफ भी और सख्ती से कदम उठाने होंगे।
महिला सुरक्षा पर सवाल
बिहार सहित पूरे देश में महिला सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। सरकारें दावा करती हैं कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई योजनाएं और हेल्पलाइन नंबर चलाए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इनकी स्थिति संतोषजनक नहीं है। जब तक कानून का सख्ती से पालन नहीं होगा और समाज खुद आगे नहीं आएगा, तब तक महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बन पाना मुश्किल है।
स्थानीय लोगों की मांग
घटना के बाद इलाके के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे अपराधियों पर फास्ट-ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो और उन्हें कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाए। लोगों का कहना है कि जब तक कठोर दंड नहीं होगा, तब तक ऐसे अपराधियों का मनोबल टूटेगा नहीं।
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