बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार एक नए चेहरे ने पूरे राजनीतिक माहौल में जोश भर दिया है — भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर छपरा विधानसभा से चुनाव लड़ रहे खेसारी लाल यादव ने शनिवार को ब्रह्मपुर में विशाल जनसंपर्क अभियान चलाते हुए जनता से दिल छू लेने वाली अपील की।
जनसभा में उमड़ी भारी भीड़ को संबोधित करते हुए खेसारी लाल यादव ने कहा,
“मैं नेता नहीं, छपरा का बेटा हूं। राजनीति मेरा पेशा नहीं है, यह तो जनता की सेवा का जरिया है। एक बार छपरा बदल दूं, फिर राजनीति छोड़ दूंगा।”
उनके इस बयान के बाद समर्थकों में ज़बरदस्त जोश देखने को मिला। मंच से लेकर मैदान तक “खेसारी लाल यादव ज़िंदाबाद” के नारे गूंज उठे।
एनडीए सरकार पर तीखा हमला – बिहार
खेसारी ने अपने भाषण में एनडीए सरकार पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार में पिछले 20 वर्षों से विकास के नाम पर सिर्फ वादे किए गए, लेकिन हकीकत में ज़मीन पर कोई काम नहीं हुआ।
“बिहार आज भी बेरोज़गारी, पलायन और गरीबी से जूझ रहा है। नेताओं ने सिर्फ भाषण दिए, लेकिन युवाओं को रोज़गार नहीं मिला। अब वक्त है बदलाव का, और वो बदलाव छपरा से शुरू होगा।”
उन्होंने कहा कि राजनीति में आने का उनका उद्देश्य सिर्फ सत्ता हासिल करना नहीं है, बल्कि जनता की तकलीफों को दूर करना है।
निरहुआ के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया– बिहार
भोजपुरी सिनेमा के ही अभिनेता और भाजपा नेता दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ के विवादित “यादव-मुल्ला” बयान पर खेसारी ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा:
“क्या मुसलमानों को यहां रहने का अधिकार नहीं है? बिहार भाईचारे की धरती है, जहां धर्म या जाति के नाम पर किसी को बांटना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि इस तरह की बयानबाज़ी बिहार की गंगा-जमनी तहज़ीब पर हमला है और ऐसी राजनीति से राज्य का कोई भला नहीं होगा।
जमकर चला खेसारी का भोजपुरी अंदाज़
जनसभा के दौरान खेसारी ने अपने मशहूर अंदाज़ में मंच से कहा —
“हम नेता नहीं, जनता के बेटा हईं। हम छपरा बदलने आए हैं, आप लोग हमरा साथ दीजिए।”
इसके बाद उन्होंने माहौल गर्माते हुए अपना प्रसिद्ध गीत “लालू बिना चालू ई बिहार ना होई” गाया, जिससे भीड़ में जोश और उत्साह की लहर दौड़ गई। जनता ने तालियों और नारों से उनका अभिवादन किया।
तेजस्वी यादव की तारीफ, पीएम मोदी पर सवाल
राजद प्रत्याशी खेसारी ने अपने भाषण में तेजस्वी यादव की तारीफ करते हुए कहा कि वे युवाओं के नेता हैं और बिहार के भविष्य को नई दिशा दे सकते हैं। उन्होंने कहा,
“अगर तेजस्वी यादव की सरकार बनी, तो बिहार के युवाओं को रोजगार मिलेगा और बहनों-बेटियों के लिए सम्मानजनक अवसर बनेंगे।”
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने सवाल किया —
“बीस साल पहले गुजरात भी बिहार जैसा था, फिर वहां उद्योग लगे, पर बिहार में क्यों नहीं? आखिर बिहार का क्या कसूर है?”
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने सिर्फ जुमले दिए हैं, लेकिन राज्य के लोगों को न तो उद्योग मिला और न ही रोजगार।
“हम सब नून-रोटी खाएंगे, लेकिन जिंदगी संग बिताएंगे”
खेसारी ने भावनात्मक लहजे में कहा कि वे जनता के दुख-दर्द को समझते हैं।
“हम सब नून-रोटी खाएंगे, लेकिन जिंदगी संग बिताएंगे। बिहार के लोग अब विकास चाहते हैं, न कि वादों का धोखा।”
उनके इस संवाद ने सभा में मौजूद लोगों के दिलों को छू लिया। कई महिलाएं और युवा उनकी बातों पर तालियां बजाते हुए “खेसारी लाल ज़िंदाबाद” के नारे लगाने लगे।
“हर क्षेत्र में नंबर वन रहा हूं, राजनीति में भी साबित करूंगा”
खेसारी ने कहा कि वे हर क्षेत्र में मेहनत और लगन से आगे बढ़े हैं।
“मैंने अपनी मेहनत से फिल्म इंडस्ट्री में नाम कमाया है। अब राजनीति में भी जनता का प्यार और भरोसा जीतकर नंबर वन साबित करूंगा।”
उन्होंने कहा कि राजनीति में नए चेहरे की जरूरत है जो जनता की आवाज़ बन सके, न कि सत्ता की चमक में खो जाए।
जनसभा में दिखा जबरदस्त उत्साह
खेसारी की सभा में हजारों लोग पहुंचे। युवा, महिलाएं, किसान — सभी वर्ग के लोग वहां मौजूद थे। जगह-जगह उनके समर्थकों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया। मंच पर खेसारी के आते ही समर्थकों ने “खेसारी लाल यादव मुख्यमंत्री बनाओ” के नारे लगाए।
सभा के दौरान सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए थे। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि सभा पूरी तरह शांतिपूर्ण रही, लेकिन भीड़ के उत्साह को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया था।
राजनीति में खेसारी का मकसद – बिहार
खेसारी लाल यादव ने कहा कि वे राजनीति में बदलाव का प्रतीक बनकर आए हैं।
“राजनीति मेरे लिए मंच नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम है। मैं यहां दिखावे के लिए नहीं, बल्कि बिहार को नई दिशा देने के लिए आया हूं।”
उन्होंने कहा कि वे बिहार के युवाओं के लिए रोजगार, किसानों के लिए सहायता योजनाएं और महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे।
युवाओं से सीधी अपील
सभा के अंत में खेसारी ने कहा,
“बिहार की असली तस्वीर तभी बदलेगी जब युवा ईमानदारी से राजनीति में भागीदारी निभाएंगे। सिर्फ सोशल मीडिया पर बात करने से कुछ नहीं होगा, मैदान में उतरना होगा।”
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे जाति-धर्म से ऊपर उठकर विकास और शिक्षा की राजनीति करें।