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Mon. Dec 8th, 2025

पृष्ठभूमि — FDTL क्या है?

FDTL (Flight Duty Time Limitations) — यानी उड़ान और ड्यूटी-समय की सीमाएँ — उन नियमों का सेट है जिन्हें DGCA ने तैयार किया है ताकि पायलटों और एयर-क्रू मेंबर्स की थकावट (fatigue) को कम किया जा सके और हवाई यात्रा को सुरक्षित बनाया जा सके। 2025 में DGCA ने इन नियमों में बड़े बदलाव — या तो सख्ती — लाई।

मुख्य बदलाव इस प्रकार थे:

पहले (पुराने नियम)नए FDTL नियम (2025)
साप्ताहिक आराम (weekly rest) न्यूनतम 36 घंटेसाप्ताहिक आराम अब 48 घंटे लगातार अनिवार्य
“रात” (Night duty) 00:00–05:00 बजेरात की परिभाषा बदली — अब 00:00–06:00 बजे तक
रात में लैंडिंग का कोई विशेष क़ब्जा नहींरात में एक पायलट से अधिकतम 2 लैंडिंग की अनुमति (पहले 6 तक होती थीं)
रात के लगातार ड्यूटी की कोई पाबंदी नहीं2 लगातार रात की ड्यूटी तक सीमित — तीसरी रात नहीं होनी चाहिए थी

ये नियम — पायलटों व अन्य क्रू मेंबर्स की सेहत, सुरक्षित उड़ान, व थकावट से होने वाले हादसों की रोकथाम के लिए बनाए गए थे।

नये नियम लागू — क्यों हुआ और क्या असर हुआ?

नए FDTL नियमों को दो चरणों (Phase-I और Phase-II) में लागू किया गया: पहले 1 जुलाई 2025 से, फिर शेष प्रावधान 1 नवम्बर 2025 से।

पहले चरण में — साप्ताहिक आराम बढ़ाना, न्यूनतम विश्राम तय करना आदि — एयरलाइंस ने अपेक्षा के मुताबिक मैनेज किया। लेकिन नवंबर से लागू हुए अतिरिक्त night-duty सीमाओं ने प्रचालन (operations) में गड़बड़ी पैदा कर दी। खासकर उन एयरलाइंस पर जिनकी उड़ानें रात में ज्यादा होती हैं।

नतीजा — उत्तर पूर्वी रोशनाई, खराब मौसम, टेक्निकल देरी या अन्य कारणों से हुआ थोड़ा सा डिले / शिफ्टिंग — उन क्षैतिज सीमाओं से बाहर चले गए जो नए FDTL में तय थीं। इसका असर सबसे ज़्यादा उस एयरलाइंस पर पड़ा जिसका नेटवर्क रात-रात भर चलता है — यानी IndiGo।

IndiGo पर FDTL का असर — उड़ान रद्दीकरण, देरी और एयरपोर्ट-अराजकता

नए नियमों के कारण, IndiGo को अपने क्रू रोस्टर (crew roster) में ज़बरदस्त बदलाव करना पड़ा। लेकिन अपर्याप्त पायलट और क्रू के कारण — साथ ही नए शेड्यूल की कठोर सीमाओं — फ्लाइट रद्दीकरण और देरी शुरू हो गईं। कई रिपोर्टों में कहा गया कि सिर्फ चार दिनों में 1000+ फ्लाइट्स रद्द या स्थगित हो गई थीं।

एक मुख्य कारण था कि Night-landings पर अब सिर्फ 2 की पाबंदी थी, जबकि पहले छह तक की इजाज़त थी; रात में लगातार कई उड़ानें चलाने की गुंजाइश सीमित हो गई थी। इस वजह से schedule flexibility खत्म हो गई।

IndiGo ने शुरुआत में कहा कि crew shortage (पायलटों की कमी) और winter-flight demand की वजह से ये समस्या आई है। लेकिन कई विश्लेषकों ने कहा कि असली वजह poor planning और नए नियमों के अनुरूप roster तैयार न करना है।

परिणाम: यात्रियों को भारी असुविधा, एयरपोर्ट पर लम्बी कतारें, connecting flights चूकना, टिकट दरों में उछाल, और एयरलाइन की विश्वसनीयता पर सवाल।

DGCA का रुख बदला — नियमों में ढील, अस्थायी छूट

इतने बड़े व्यवधान के बीच, DGCA ने 5 दिसंबर 2025 को सूचना दी कि वह कुछ FDTL प्रावधानों पर अस्थायी छूट दे रही है — यानी, revamped norms को पूरी तरह लागू नहीं रहेगा — ताकि IndiGo और अन्य एयरलाइंस उड़ानें फिर से सुचारु रूप से चला सकें।

मुख्य राहत:

  • weekly rest और leave को अलग-अलग माना जाना था — मगर अब “leave as weekly rest” की पाबंदी हटा दी गई।
  • night-duty और night-landing की पाबंदियाँ ढीली की गईं।

DGCA ने स्पष्ट किया कि यह एक “one-time, conditional relaxation” है — और एयरलाइन से 30 दिनों में सुधारात्मक रोडमैप जमा करने को कहा है। साथ ही हर 15 दिन बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी।

कुछ क़रीब:

“These concessions have … effectively gutted the fatigue management intent of FDTL Phase 2.” — एक एविएशन विशेषज्ञ ने कहा कि यह राहत थकावट प्रबंधन (fatigue-management) की मंशा को ही खत्म कर देती है।

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