यहां पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। मामला जलपाईगुड़ी के अपलचंद जंगल क्षेत्र का है, जहां गांववालों ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक स्थानीय नेता और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की महिला मोर्चा अध्यक्ष को एक कार में शराब पीते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। यह घटना अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और स्थानीय राजनीति में भूचाल ला रही है।
घटना का पूरा विवरण
बताया जा रहा है कि अपलचंद जंगल के एकांत इलाके में कुछ नेता पार्टी के मूड में थे। आरोप है कि TMC नेता पंचानन राय और भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष दीपा बनिक अधिकारी एक कार में बैठकर शराब पार्टी कर रहे थे। कार में शराब की बोतलें, चखना और अन्य पार्टी का सामान मौजूद था। जैसे ही स्थानीय ग्रामीणों को इसकी भनक लगी, वे मौके पर पहुंच गए और कार को घेर लिया।
ग्रामीणों के मुताबिक, यह गतिविधि काफी समय से चल रही थी और कई बार कार जंगल में संदिग्ध अवस्था में देखी गई थी। लेकिन इस बार लोगों ने हिम्मत दिखाई और कार को रोका। जब उन्होंने अंदर देखा तो नेता पार्टी के मूड में शराब का सेवन करते हुए पाए गए।
TMC में हंगामा और विवाद
नेताओं को इस हालत में देखकर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। लोगों ने जोरदार नारेबाजी की और नेताओं की इस हरकत की कड़ी निंदा की। कई लोग मौके पर वीडियो बनाने लगे और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। देखते ही देखते यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया।
मौके पर पुलिस को भी बुलाया गया, लेकिन इससे पहले ही नेता कार छोड़कर वहां से निकल गए। पुलिस ने कार को कब्जे में ले लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या नेता कानून से ऊपर हैं? क्या राजनीति के जिम्मेदार चेहरे इस तरह की गतिविधियों में लिप्त हो सकते हैं?
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
घटना के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। TMC और BJP दोनों ही एक-दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं। TMC ने इसे भाजपा की साजिश करार दिया है और कहा कि उनके नेता को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। वहीं BJP ने कहा कि अगर उनकी महिला नेता दोषी पाई जाती हैं, तो संगठन सख्त कार्रवाई करेगा।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने भी इस मामले पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह दर्शाता है कि सत्ता में बैठे लोग जनता की सेवा करने के बजाय अपनी निजी मौज-मस्ती में लगे हैं। इससे राजनीति में नैतिकता और जिम्मेदारी पर सवाल उठना लाज़िमी है।
जनता की नाराजगी
स्थानीय लोग इस घटना से बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि नेता जो जनता के प्रतिनिधि हैं, उनका इस तरह शराब पार्टी करना बेहद शर्मनाक है। ग्रामीणों ने यह भी मांग की है कि इन नेताओं पर सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें पार्टी से निलंबित किया जाए।
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