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Mon. Dec 8th, 2025

उत्तर गोवा के अरपोरा गांव में स्थित Birch by Romeo Lane नाइट-क्लब में 7 दिसंबर 2025 की रात हुए भीषण अग्निकांड (Nightclub Fire) ने देश को हिला दिया है। शुरुआती सूचना में सिलेंडर ब्लास्ट बताई गई, लेकिन बाद में FIR (प्राथमिकी) में क्लब में आयोजित फायर-शो (fire-show) को अग्निकांड की वजह बताया गया। अग्निकांड में अभी तक 25 लोगों की मौत हुई है और दर्जनों लोग ज़ख्मी हुए हैं।

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए क्लब के मालिकों Saurabh Luthra और Gaurav Luthra, मैनेजर, इवेंट ऑर्गनाइज़र और अन्य स्टाफ के खिलाफ FIR दर्ज की है। साथ ही अरपोरा-नागोआ पंचायत के सरपंच Roshan Redkar को हिरासत में लिया गया है, क्योंकि उन्होंने इस क्लब को पहले लाइसेंस प्रदान किया था।

गोवा में हादसा कैसे हुआ — प्रारम्भिक जानकारी

रात करीब 12 बजे जब क्लब में करीब 100 लोग डांस फ्लोर पर पार्टी कर रहे थे, अचानक आग लगी। प्रारम्भिक रिपोर्ट्स में सिलेंडर विस्फोट की बात कही गई, लेकिन पुलिस के चालान (FIR) में यह स्पष्ट किया गया है कि असली वजह फायर-शो था — जिसमें उचित अग्नि सुरक्षा उपकरण मौजूद नहीं थे। क्लब की रसोई, ग्राउंड फ्लोर व बेसमेंट थे — लोग हिस्सों में फँस गए, कई धुएँ और संकरे रास्तों के कारण भाग नहीं पाए।

कई मृतक क्लब स्टाफ थे; साथ ही कुछ पर्यटक—विशेष रूप से चार पर्यटक मारे गए बताए गए हैं। अधिकांश मौतें दम घुटने (suffocation) के कारण हुई, जबकि कुछ को जलने से जान गई है।

समस्या

एक और समस्या यह रही कि क्लब अवैध निर्माण पर था, उसका लाइसेंस/निर्माण अनुमति नहीं थी। आर­­पोर-नागोआ पंचायत ने पहले क्लब को व्यापार लाइसेंस दिया था, लेकिन बाद में क्लब संचालन बिना अनुमति के पाया जाने पर उसे ध्वस्त करने का नोटिस भी जारी किया गया था। उस नोटिस को बाद में रोक दिया गया था।

प्रशासन की प्रतिक्रिया, राहत और भविष्य की कार्रवाई – गोवा

घटना के तुरंत बाद राज्य की सरकार ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की है — जिसमें फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज डायरेक्टर, फॉरेंसिक लैब के निदेशक व कलेक्टर शामिल हैं। मुख्यमंत्री Pramod Sawant ने स्पष्ट कहा है कि जो भी दोषी पाया गया, उसे नहीं बख्शा जाएगा।

मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से 5 लाख रुपये प्रतिजन और घायल लोगों को 50 हजार रुपये मुआवजे के रूप में दिए जाने की घोषणा हुई है। साथ ही मृतकों के शवों को उनके गृह राज्यों तक भेजने की व्यवस्था की गई है।

इसके अलावा, गोवा सरकार ने सभी नाइट क्लबों और हॉस्पिटैलिटी सर्विस-प्रदाताओं को फायर-सेफ्टी ऑडिट कराने का निर्देश दिया है। जिन स्थानों के पास अनुमति नहीं होगी, उनके लाइसेंस रद्द किए जाएंगे। बड़े-बड़े आयोजन स्थल, क्लब, रेस्टोरेंट आदि को विशेष सुरक्षा निर्देश जारी होंगे।

गोवा की प्रतिष्ठा और पर्यटन को झटका

अरपोरा रात-जीवन (nightlife) और पर्यटन के लिए जाना जाता है—’ब्लो टू गोवा की प्रतिष्ठा’ कहा जा रहा है। इस घटना ने केवल एक क्लबों की लापरवाही उजागर नहीं की, बल्कि पूरे राज्य की पर्यटन व पार्टी संस्कृति की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया।

कई पर्यटक जो इससे पहले गोवा को मस्ती और छुट्टियों की जगह मानते थे, अब सुरक्षा चिंताओं के कारण दोबारा जाने से हिचक रहे हैं। स्थानीय नेताओं ने आश्वासन दिया है कि ऐसा हादसा दोबारा नहीं होगा — मगर क्लबों व पर्यटन स्थलों में सुरक्षा व नियमों का पालन सुनिश्चित करना, अब सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।

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