हरियाणा में BJP की सरकार को अब 10 साल हो चुके हैं, और 2014 व 2019 में मिली सफलता के पीछे उत्तरी हरियाणा के आठ जिलों के मतदाताओं का महत्वपूर्ण योगदान था। इन जिलों की 31 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 16 पर जीत हासिल की है। भाजपा इन जिलों को अपना गढ़ मानती है, लेकिन सत्ता में 10 साल बिताने के बाद पार्टी को अब यहां सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है। इसी कारण भाजपा को पिछले लोकसभा चुनाव में अंबाला सीट भी गंवानी पड़ी।
भाजपा अब अपने गढ़ को सुरक्षित करने के लिए रणनीति में बदलाव कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार दक्षिण हरियाणा की अहीरवाल बेल्ट के बजाय उत्तरी हरियाणा की जीटी बेल्ट से चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे। पीएम मोदी 14 सितंबर को कुरुक्षेत्र में रैली की शुरुआत करेंगे, जबकि पिछले चुनावों में उन्होंने 19 सीटों वाली अहीरवाल बेल्ट से रैलियों की शुरुआत की थी। उत्तरी हरियाणा के पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पानीपत, और सोनीपत जिलों में गैर जाट मतदाताओं की बड़ी संख्या है, जो भाजपा का कोर वोटर हैं। इसलिए भाजपा का ध्यान इन जिलों पर है।
सीएम सैनी की सीट भी कुरुक्षेत्र में
कुरुक्षेत्र में पीएम मोदी की रैली का एक प्रमुख कारण सीएम नायब सिंह सैनी का लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना भी है। लाडवा कुरुक्षेत्र जिले की सीट है, और सैनी इस बार करनाल से लाडवा सीट पर चुनाव लड़ेंगे। उन्हें इस सीट से कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है, इसलिए पीएम मोदी की रैली सीएम सैनी की सीट और जीटी बेल्ट की 31 सीटों को साधने के लिए आयोजित की जाएगी।
कांग्रेस की तैयारी: राहुल गांधी की रैली 20 या 22 सितंबर को
कांग्रेस ने अपने शीर्ष नेताओं की रैलियों की तैयारी शुरू कर दी है। राहुल गांधी 20 या 22 सितंबर को हरियाणा जा सकते हैं, और इसके बाद प्रियंका गांधी की रैलियों की तैयारी की जाएगी। कांग्रेस के मीडिया प्रमुख चांदवीर हुड्डा ने बताया कि भूपेंद्र हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा स्टार प्रचारक होंगे। वे सभी विधानसभा सीटों को कवर करेंगे और एक दिन में तीन से चार सीटों पर रैलियां करने की योजना बना रहे हैं। कांग्रेस अपनी रैलियों की शुरुआत जींद से कर सकती है, जहां विनेश फोगाट चुनाव लड़ रही हैं। जींद जिला जाट बहुल और राज्य की राजनीति का केंद्र बिंदु रहा है।
ये भी पढ़ें: Jammu Kashmir Assembly Elections: भद्रवाह में त्रिकोणीय मुकाबला, राजनीति में उथल-पुथल का इतिहास
मायावती की चार रैलियां: बसपा का गठबंधन
बसपा ने इस बार इनेलो के साथ गठबंधन किया है और बसपा प्रमुख मायावती की रैली की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। मायावती यमुनानगर, अंबाला, पलवल, सिरसा और जींद में रैलियां कर सकती हैं। बसपा ने पहले भी यमुनानगर के कुछ हलकों में मजबूत उपस्थिति दर्ज की है, इसलिए यमुनानगर और मेवात में रैलियां आयोजित करने की योजना है।
आप का प्रचार: भगवंत मान के सहारे
आम आदमी पार्टी (आप) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने का इंतजार कर रही है। शराब घोटाले में जेल में बंद केजरीवाल के बाहर आने तक, प्रचार का जिम्मा पंजाब के सीएम भगवंत मान संभालेंगे। आप का पूरा ध्यान पंजाब से लगती सीटों पर रहेगा।