Loading...
Wed. Nov 12th, 2025


विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण से कुछ दिन पहले, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता योगी आदित्यनाथ बुधवार को बिहार के सासाराम विधानसभा क्षेत्र में आ कर एनडीए समर्थित उम्मीदवार स्नेहलता कुशवाहा के समर्थन में जनसभा को संबोधित किये। सभा में उन्होंने न सिर्फ प्रदेश की राजनीतिक चुनौतियों पर बात की बल्कि विपक्षी दलों पर तीखा हमला भी बोला।

सभा की शुरुआत और संदर्भ

सभा की शुरुआत में योगी आदित्यनाथ ने बिहार की धरती को सम्मान देते हुए कहा कि यह राज्य “गौरवशाली इतिहास” का धनी है। उन्होंने कहा कि यहीं जनकनंदिनी मां जानकी का जन्म हुआ, इसी धरती ने भगवान बुद्ध को ज्ञान दिया, जैन तीर्थंकर भगवान महावीर का अवतरण हुआ, और साहित्यकार विद्यापति, पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, लोकनायक जयप्रकाश नारायण तथा जननायक कर्पूरी ठाकुर सहित विभूतियों ने इस भूमि को गौरवान्वित किया।
योगी ने कहा, “आप सब एक गौरवशाली परंपरा के वारिस हैं।”

विरोधियों पर हमला – सभा

सभा के दौरान उन्होंने विपक्षी गठबंधन, विशेष रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और समाजवादी पार्टी (सपा) को निशाने पर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि:

  • कांग्रेस ने भगवान राम के अस्तित्व को नकारा था।
  • राजद ने राम रथयात्रा को रोका था।
  • सपा ने रामभक्तों पर गोलियाँ चलाई थीं।

इसके विपरीत उन्होंने कहा कि भाजपा-नेता “रामलला आएँगे, मंदिर वहीं बनाएँगे” का नारा लेकर आज वही भव्य मंदिर अयोध्या में बना लिया गया है, जिसे कोई नहीं रोक सका।

बिहार और चुनाव की परिप्रेक्ष्य

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले दो दशकों में, नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने निश्चित रूप से प्रगति की है, लेकिन इसके लिए “इच्छा-शक्ति” की भी जरूरत थी, जो एनडीए के पास है।
उन्होंने यह भी कहा कि विरोधी दौर में बिहार के नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा था, किसान आत्महत्या को मजबूर थे, महिलाओं एवं व्यवसायियों को असुरक्षा थी। आज की स्थिति में एनडीए ने इन चुनौतियों से सामना किया है।

सांस्कृतिक और सामाजिक संदर्भ

१० नवम्बर (सासाराम) में उन्होंने कहा कि देव दीपावली का पर्व भारत की सनातन संस्कृति का प्रतीक है, जो समाज के हर तबके को जोड़ता है — मिट्टी के दिए बनाने वाले, तेल देने वाले किसान, पूजा-पाठ करने वाले पुजारी, सभी इससे जुड़े हैं। ये पर्व केवल आस्था का प्रतीक नहीं बल्कि रोजगार का भी माध्यम है।

स्थानीय घटना-स्वरूप कदम – सभा

सभा के दौरान उन्होंने एक स्थानीय घटना — सासाराम की बेटी स्नेहा हत्या कांड — का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुखद है और दोषियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। इसके लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की जाएगी। योगी ने कहा कि इस मामले में सख्त सजा दी जाएगी।

क्या संकेत दे रही है यह सभा?

इस सभा के कई मायने हैं:

  • बिहार की राजनीति में भाजपा-एनडीए अपनी सक्रियता बढ़ा रही है, खासकर चुनाव-प्रचार क्षेत्र में।
  • योगी आदित्यनाथ द्वारा धार्मिक-सांस्कृतिक स्वर और विपक्ष पर हमला, भाजपा की रणनीति का हिस्सा दिख रहा है।
  • विपक्षी दलों को घेरने तथा उनकी कथित कमजोरियों को उजागर करने की कोशिश की गयी है — जैसे राम मंदिर, पहचान एवं विकास का मुद्दा।
  • स्थानीय घटना (स्नेहा कांड) को उठाकर सुरक्षा-संवेदनशीलता और जन-भावना को जुड़े विषय बनाया गया है।

यह भी पढ़ें – 5 नवंबर 2 0 25: देश और दुनिया की 1 0 बड़ी ट्रेंडिंग खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *