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Sat. Dec 21st, 2024

कांग्रेस सांसद Rahul Gandhi अपने अमेरिका दौरे के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और भारतीय राजनीति के प्रमुख मुद्दों पर अपने विचार साझा कर रहे हैं। वर्जीनिया में आयोजित एक कार्यक्रम में, उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा पर तीखा हमला किया, साथ ही भारत में चुनाव प्रक्रिया को लेकर गंभीर आरोप लगाए।

राहुल गांधी ने आरएसएस पर आरोप लगाया कि वह कुछ राज्यों, भाषाओं और धर्मों को कमतर मानता है। उन्होंने कहा, “आरएसएस तमिल, मराठी, बंगाली और मणिपुरी जैसी भाषाओं को कमतर मानता है। आरएसएस की विचारधारा भारत की विविधता और उसकी समृद्ध संस्कृति को स्वीकार नहीं करती। यह विचारधारा भारत को समझती ही नहीं।” राहुल गांधी ने आरएसएस की आलोचना करते हुए यह भी कहा कि हर राज्य का अपना इतिहास और परंपरा है, लेकिन आरएसएस इन्हें नजरअंदाज करता है।

Rahul Gandhi ने भाजपा पर जमकर किया हमला

भाजपा पर भी राहुल गांधी ने जमकर हमला किया। उन्होंने कहा, “भाजपा को यह समझ में नहीं आता कि भारत एक संघ है। संविधान में स्पष्ट रूप से लिखा है कि भारत राज्यों का संघ है। लेकिन भाजपा कहती है कि भारत संघ नहीं है, यह अलग है।” उनके अनुसार, भाजपा की यह सोच देश के इतिहास, परंपरा, संगीत और नृत्य की अनदेखी करती है।

लोकसभा चुनाव 2024 के संदर्भ में राहुल गांधी ने एक महत्वपूर्ण खुलासा किया। उन्होंने कहा कि चुनाव से तीन महीने पहले उनके पार्टी के सारे बैंक खाते सील कर दिए गए थे। इसके बावजूद कांग्रेस ने चुनाव में भाग लिया और इसे एक बड़ी चुनौती के रूप में लिया। राहुल गांधी ने इस स्थिति को अत्यंत कठिन बताया, लेकिन साथ ही पार्टी की दृढ़ता और संघर्ष की ओर इशारा किया।

Rahul Gandhi ने मोदी और भाजपा द्वारा फैलाए गए डर को किया खारिज

राहुल गांधी ने मोदी और भाजपा द्वारा फैलाए गए डर को भी खारिज किया। उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव के बाद सब कुछ बदल गया है। मोदी के ’56 इंच के सीने’ और भगवान से सीधा संबंध जैसे दावे अब इतिहास बन चुके हैं। भाजपा ने छोटे व्यवसायों पर एजेंसियों के दबाव के बावजूद, सब कुछ सेकंड में गायब हो गया।”

धार्मिक स्वतंत्रता के संदर्भ में राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या एक सिख को पगड़ी और कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी। यह समस्या केवल सिखों के साथ नहीं है, बल्कि अन्य धर्मों के साथ भी यही हो रहा है। उन्होंने इस मुद्दे को भारत की धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ एक बड़ा खतरा बताया।

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा ने राहुल गांधी के अमेरिका दौरे की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी तीन दिनों के लिए अमेरिका में हैं और उनकी यात्रा वॉशिंगटन और वर्जीनिया में विभिन्न बैठकों और संवादों से भरी हुई है। राहुल गांधी बुधवार रात को भारतीय समयानुसार अमेरिका से वापस लौटेंगे।

सैम पित्रोदा ने भारत में ईवीएम की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं और चुनाव की प्रक्रिया में हेरफेर की संभावनाएं हैं। कांग्रेस के बैंक खातों के फ्रीज होने और संस्थाओं पर कब्जे के कारण निष्पक्ष चुनाव कराना कठिन हो गया है।

राहुल गांधी ने अपने दौरे के पहले दिन टेक्सास के डलास में एक विश्वविद्यालय के छात्रों से बातचीत की और अब वर्जीनिया में प्रवासी भारतीयों से मिलेंगे। उनके इस दौरे से भारत और अमेरिकी दर्शकों के बीच भारतीय राजनीति के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा को बढ़ावा मिला है।

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