नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यालय अब फिर से झंडेवाला स्थित केशव कुंज में स्थापित हो गया है, और इसका पुनर्निर्माण कार्य लगभग समाप्त हो चुका है। यह 3.75 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें तीन 13 मंजिला टावर और कुल मिलाकर लगभग 300 कमरे और कार्यालय हैं।
इस भवन में आधुनिक सभागार, पुस्तकालय, चिकित्सालय और भोजनालय जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। सरसंघचालक और सरकार्यवाह के लिए अलग-अलग कमरे निर्धारित किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले 19 फरवरी को दिल्ली इकाई के स्वयंसेवकों के साथ मिलकर इस कार्यालय का औपचारिक उद्घाटन करेंगे।
इस इमारत के निर्माण में क्यों हुई देरी?
नई दिल्ली। इस इमारत के निर्माण में आठ साल का समय लगा, जिसमें कोरोना महामारी और अनुमति संबंधी देरी प्रमुख कारण रहे। इस निर्माण परियोजना पर 150 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, जिनमें करीब 75 हजार लोगों का दान शामिल है।
इस दौरान संघ की गतिविधियां आरामबाग स्थित उदासीन आश्रम से संचालित होती रही। इस कार्यालय का डिजाइन एक अद्वितीय मिश्रण है, जिसमें आधुनिक तकनीक और पारंपरिक वास्तुशिल्प का सामंजस्यपूर्ण融合 किया गया है, ताकि इमारत हवादार हो और उसे पर्याप्त धूप मिल सके। इसका डिज़ाइन गुजरात के प्रसिद्ध वास्तुकार अनूप दवे ने तैयार किया है।
संघ कार्यालय में स्थित अशोक सिंघल सभागार
इमारत के तीन टावरों (भूतल और 12 मंजिल) को ‘साधना’, ‘प्रेरणा’ और ‘अर्चना’ नाम दिए गए हैं। इनमें से एक सबसे बड़े सभागार का नाम विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख पदाधिकारी अशोक सिंघल के नाम पर रखा गया है, जो राम मंदिर आंदोलन से गहरे जुड़े हुए थे।