नासा (NASA) ने भारतीय मूल के अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री डॉ. अनिल मेनन को उनके पहले अंतरिक्ष मिशन के लिए नियुक्त किया है। वे जल्द ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना होंगे, जहां वे फ्लाइट इंजीनियर और एक्सपीडिशन 75 के चालक दल का हिस्सा होंगे। नासा ने इस बात की जानकारी एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के ज़रिए साझा की।
यह मिशन अनिल मेनन का पहला अंतरिक्ष अभियान होगा, लेकिन वह चिकित्सा, वायु सेना और अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक अनुभवी पेशेवर हैं।
कौन हैं डॉ. अनिल मेनन?
डॉ. अनिल मेनन भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं। उनका जन्म अमेरिका में हुआ लेकिन उनके माता-पिता भारत और यूक्रेन से ताल्लुक रखते हैं। वे पेशे से एक एयरोस्पेस मेडिसिन विशेषज्ञ (aerospace medicine physician) हैं। इससे पहले वे स्पेसएक्स (SpaceX) में भी फ्लाइट सर्जन के तौर पर कार्य कर चुके हैं और NASA के साथ विभिन्न अभियानों में चिकित्सकीय भूमिका निभा चुके हैं।
वह अमेरिकी वायु सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल भी रह चुके हैं और इराक और अफगानिस्तान में चिकित्सा सेवाएं दे चुके हैं।
NASA के मिशन का उद्देश्य और भूमिका-
नासा की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, डॉ. अनिल मेनन ISS एक्सपीडिशन 75 के हिस्से के रूप में उड़ान भरेंगे। इस मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष में वैज्ञानिक अनुसंधानों को आगे बढ़ाना, सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण (microgravity) में मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन करना और पृथ्वी तथा अन्य ग्रहों के लिए संभावित मिशनों की नींव रखना है।
डॉ. मेनन इस दौरान फ्लाइट इंजीनियर की भूमिका में रहेंगे, जिसका मतलब है कि वे मिशन के दौरान सिस्टम मॉनिटरिंग, रिसर्च सपोर्ट, उपकरण प्रबंधन और सुरक्षा से जुड़े कार्यों की जिम्मेदारी संभालेंगे।
भारत के लिए गर्व का क्षण
डॉ. अनिल मेनन की यह उपलब्धि न सिर्फ अमेरिका बल्कि भारतीय समुदाय के लिए भी गर्व की बात है। भारतीय मूल के वैज्ञानिक और अंतरिक्ष यात्री लंबे समय से नासा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिनमें कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स और राजा चारी जैसे नाम शामिल हैं। अनिल मेनन भी अब इस गौरवशाली सूची में शामिल हो चुके हैं।
उनकी इस उपलब्धि पर भारतीय मूल के अमेरिकियों और विज्ञान जगत में खुशी की लहर है। सोशल मीडिया पर भी उन्हें बधाइयाँ मिल रही हैं।
NASA का विज्ञान और अनुसंधान
विज्ञान और अनुसंधान पर विशेष जोरयह मिशन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। फ्लाइट इंजीनियर की भूमिका में डॉ. मेनन को जैव चिकित्सा, भौतिकी, अंतरिक्ष कृषि और पृथ्वी विज्ञान से जुड़े सैकड़ों प्रयोगों में सहयोग देना होगा। इस मिशन के नतीजे गंभीर बीमारियों के इलाज, प्राकृतिक आपदा पूर्वानुमान और मंगल मिशन जैसे बड़े कार्यक्रमों की दिशा तय कर सकते हैं।🛰️ मिशन लॉन्च और अवधि
नासा ने अभी मिशन की सटीक लॉन्च तारीख की घोषणा नहीं की है, लेकिन यह 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में संभावित है। डॉ. मेनन के मिशन की अवधि लगभग 6 महीने रहने की उम्मीद है, जो कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के मानक अभियानों के अनुरूप है।
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