लखनऊ – उत्तर प्रदेश में एक बार फिर संगठित धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस बार गिरोह का सरगना है छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन, जो खुद को सूफी संत बताकर लोगों को प्रेमजाल और प्रलोभनों के जरिए इस्लाम धर्म में परिवर्तित कर रहा था। यूपी एटीएस (ATS) ने हाल ही में बाबा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस मामले में सख्त रुख सामने आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा लखनऊ में कहा-
“ऐसे लोगों को ऐसी सज़ा देंगे कि वो दूसरों के लिए मिसाल बन जाए। जो लोग हमारी आस्था, संस्कृति और सामाजिक सौहार्द पर हमला कर रहे हैं, उनके लिए उत्तर प्रदेश में कोई जगह नहीं है।”
▶️ क्या है मामला?
उत्तर प्रदेश ATS ने एक खुफिया अभियान के तहत छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया। उसके साथ दो और सहयोगी भी पकड़े गए हैं। ये गिरोह विदेशों से फंडिंग लेकर बड़े स्तर पर लोगों का अवैध धर्मांतरण करा रहा था।
पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, ये लोग गरीब, असहाय और बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को प्रेमजाल, चमत्कार, इलाज और रोजगार का लालच देकर धर्मांतरण कराते थे। इसके लिए उन्हें आर्थिक मदद और रहने की व्यवस्था भी की जाती थी।
करोड़ों की संपत्ति और विदेशी फंडिंग
जांच एजेंसियों के अनुसार, छांगुर बाबा के पास कई शहरों में करोड़ों रुपये की संपत्तियां हैं। फंडिंग मुख्यतः खाड़ी देशों और कुछ यूरोपीय संस्थाओं से हो रही थी। इस फंड का इस्तेमाल धर्मांतरण के प्रचार, लोगों को फुसलाने, धार्मिक आयोजनों और जमीन खरीदने में होता था।
बाबागिरी के पीछे छुपा जाल
छांगुर बाबा ने खुद को सूफी संत के रूप में प्रचारित किया था। वह झाड़-फूंक, चमत्कार और आध्यात्मिक शांति का दावा कर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता था। कई स्थानों पर बाबा के आश्रम और दरगाह जैसे स्थान बनाए गए थे, जहां लोगों को बुलाकर उनके साथ मानसिक और धार्मिक रूप से खेला जाता था।
प्रलोभन में फंसने के बाद व्यक्ति का नाम, पहचान और धर्म पूरी तरह से बदल दिया जाता था। कई मामलों में तो दस्तावेज़ों में भी बदलाव पाया गया है।
लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी का सख्त संदेश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि धर्मांतरण जैसे षड्यंत्र उत्तर प्रदेश की संस्कृति और व्यवस्था को तोड़ने का प्रयास हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि
“धर्मांतरण करने वाले चाहे जितने भी प्रभावशाली हों, उनकी पहचान और मंशा अब छिपने वाली नहीं है। हमारी सरकार ऐसे षड्यंत्रों को जड़ से उखाड़ फेंकेगी।”
योगी ने अधिकारियों को इस गिरोह की पूरी फंडिंग और नेटवर्क की गहराई से जांच करने का आदेश दिया है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों और नेटवर्क की तलाश कर रही है। जिन लोगों का धर्म परिवर्तन हुआ है, उनकी पहचान और कानूनी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र इस केस की मॉनिटरिंग उच्च स्तर पर की जा रही है।
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