Ajey: The Untold Story Of A Yogi” एक हिंदी-बायोपिक (biographical drama) फिल्म है, जिसका निर्देशन रविंद्र गौतम ने किया है। यह फिल्म भारत के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जिंदगी पर आधारित है, विशेष रूप से उनके बचपन, संन्यासी बनने की प्रक्रिया और राजनीति में आने तक की कहानी को पर्दे पर लाती है। यह फिल्म शन्तनु गुप्ता की किताब “The Monk Who Became Chief Minister” से प्रेरित है।
निर्देशन, लेखन और निर्माण टीम – Ajey
फिल्म का निर्देशन रविंद्र गौतम ने किया है और प्रोड्यूसर हैं ऋतु मेन्गी। कहानी लेखन में Priyank Dubey और Dilip Bachchan Jha शामिल हैं। सिनेमैटोग्राफी Vishnu Rao की है और संपादन Manan Sagar ने किया है। संगीत की जिम्मेदारी Meet Bros ने संभाली है।
कास्ट
मुख्य भूमिका में:
अनंत जोशी — योगी आदित्यनाथ की भूमिका में
परेश रावल — महंत अवैद्यनाथ की भूमिका में
दिनेेश लाल यादव (निरहुआ), पवन मल्होत्रा, गरिमा विक्रांत सिंह, राजेश खट्टड़, सरवार अहूजा आदि सहायक भूमिकाओं में हैं।
कहानी-परिचय (प्लॉट) Ajey
फिल्म योगी आदित्यनाथ के जन्म से लेकर उनके राजनीतिक शिखर तक की यात्रा को दिखाती है। शुरुआत होती है उनके बचपन से, जो उत्तराखंड की पहाड़ों में बीता, फिर उनके धार्मिक जीवन (संन्यास), गुरु-ग-pin की प्रेरणाएँ, तथा राजनीति में शामिल होकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने तक की चुनौतियाँ। फिल्म यह प्रयास करती है कि उनकी निजी झलक, संघर्ष, मान्यताएँ और राजनीतिक निर्णयों का चित्रण संतुलित रूप से हो।
रिलीज़ तारीख और प्रमाणपत्र विवाद
फिल्म के पहले पोस्टर्स इस साल मार्च में जारी किए गए।
यह तय था कि फिल्म 1 अगस्त 2025 को रिलीज़ होगी, लेकिन CBFC (Central Board of Film Certification) ने प्रमाणपत्र देने से मना कर दिया।
इसके बाद निर्माता ने इस फैसले को चुनौती दी थी और बॉम्बे हाईकोर्ट ने फिल्म की समीक्षा करने का आदेश दिया।
अब यह फिल्म 19 सितंबर 2025 को थिएटरों में रिलीज होने जा रही है।
शैली और अपेक्षाएँ Ajey
यह फिल्म एक राजनीतिक-धार्मिक बायोपिक है, जिसमें आत्म-परिवर्तन, लीडरशिप, आदर्श एवं विवाद, सार्वजनिक जीवन में धर्म और राजनीति के मिलन-जुलन से जुड़े सवालों को उठाया गया है। दर्शकों की अपेक्षा है कि फिल्म संतुलित दृष्टिकोण रखेगी — सिर्फ आदर्श स्वरूप नहीं, बल्कि चुनौतियों, आलोचनाओं और विरोधों को भी दिखाएगी। प्रधान विपक्षी मत शायद यह होगा कि बायोपिक कितनी स्वनिर्धारित है और कितनी “पारदर्शी” रूप से निजी तथा सार्वजनिक जीवन के पहलुओं को दिखाती है।
म्यूजिक और तकनीकी पहलू
संगीत (स्कोर और साउंडट्रैक) Meet Bros द्वारा है, जो इस फिल्म में भावनात्मक और प्रेरक दृश्यों को पूरक बनाएँगे।
फिल्म की लंबाई लगभग 2 घंटे 28 मिनट बताई जा रही है।
विभिन्न भाषाओं में डबिंग की योजना है — तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ समेत अन्य भाषाएँ। इस तरह यह फिल्म देश भर में ठीक-ठाक दर्शक ले जाने का लक्ष्य रखती है।
चर्चाएँ और विवाद
CBFC ने शुरुआत में कुछ दृश्यों को आपत्तिजनक बताया और प्रमाणपत्र देने से इंकार कर दिया।
इस तरह की राजनीतिक बायोपिक अक्सर “ह्वाइटवॉशिंग” (सकारात्मक ढंग से कुछ हिस्सों को बहाने लगाने) के आरोपों के घेरे में आ जाती हैं, और इसके आलोचक पूछते हैं कि क्या फिल्म आलोचना या विरोध के पहलुओं को समान रूप से दिखाएगी।
निर्माता ने कहा है कि फिल्म “वास्तविकता के करीब” है और आलोचनाओं से प्रभावित नहीं होगी।
दर्शकों के लिए संकेतक: क्यों देखें-क्यों न देखें
देखने के लिए कारण
- राजनैतिक-धार्मिक यात्रा: योगी आदित्यनाथ की जीवनी और उनके जीवन के उन पहलुओं को जानना जो सामान्यतः सार्वजनिक चर्चा में नहीं आते।
- तकनीकी गुणवत्ता: बेहतर अभिनय-निर्देशन एवं दृश्य-संगठन की उम्मीद है, विशेष रूप से बड़े कलाकारों और अच्छी टीम के कारण।
- डिबेट और विचार-विमर्श: इस तरह की फिल्में समाज में राजनीतिक और धार्मिक विमर्श को बढ़ाती हैं।
Ajey की संभावित चुनौतियाँ / आलोचनाएँ
- पक्षपात को लेकर सवाल: यह देखा जाना है कि फिल्म कितनी निष्पक्ष होगी, क्या विपक्षी विचारों और विवादों को पूरी तरह से दिखाएगी?
- सेन्सरशिप दबाव: CBFC द्वारा आपत्तियाँ पहले आईं हैं — यह दर्शाता है कि कुछ हिस्से फिल्म में विवादित हो सकते हैं।
- प्रचुर अपेक्षाएँ: क्योंकि बायोपिक है और विषय संवेदनशील है, दर्शकों की उम्मीदें बहुत ऊँची होंगी; हर पहलु संतोषजनक नहीं लग सकता।
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