महाराष्ट्र के Badlapur रेप केस में आरोपी अक्षय शिंदे एनकाउंटर में ढेर हो चुका है। सोमवार शाम अचानक उसकी मौत की खबर सामने आई। शुरू में पता चला कि उसने खुद को गोली मार ली। बाद में ये खबर सामने आई कि उसे पुलिस एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है। अक्षय शिंदे की मौत के बाद विपक्ष ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है। आइए जानते हैं बदलापुर रेप केस पर मचे बवाल की पूरी कहानी क्या है।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्थित बदलापुर शहर में 13 अगस्त 2024 को एक स्कूल में रेप की घटना हुई थी। जहां स्कूल में काम करने वाले सफाईकर्मी अक्षय शिंदे पर केजी की दो छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा। पुलिस के अनुसार, आरोपी छात्राओं को लघुशंका के लिए लेकर गया था। तभी उसने छात्राओं का रेप किया। दो दिन बाद इनमें से एक छात्रा ने मुंह खोला। लड़की ने मां-बाप को पूरी बात बताई। अभिभावकों ने तुरंत स्कूल प्रशासन को सूचना दी, लेकिन स्कूल ने इसमें लापरवाही बरती। स्कूल ने कहा कि सीसीटीवी 15 दिन से बंद है।
Badlapur : 4 साल और 5 साल की दो बच्चियों का यौन उत्पीड़न
पिछले महीने पुरुष सहायक की ओर से स्कूल के शौचालय में 4 साल और 5 साल की दो बच्चियों का यौन उत्पीड़न किए जाने का मामला सामने आया था। बदलापुर पुलिस शुरू में मामले की जांच कर रही थी, लेकिन पुलिस की जांच में गंभीर खामियों को लेकर जन आक्रोश के बाद महाराष्ट्र सरकार ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। आरोपी सहायक को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन स्कूल के चेयरमैन और सचिव को अभी तक हिरासत में नहीं लिया गया है। पिछले महीने हाई कोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया और वह जांच की निगरानी कर रहा है।
इसके बाद अभिभावक बच्ची को हॉस्पिटल लेकर गए। जहां पता चला कि उसके साथ रेप हुआ। इसके बाद पुलिस में मामला दर्ज कराने ले जाया गया, लेकिन वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शुभदा शितोले पर आरोप लगा कि उन्होंने केस दर्ज करने के लिए अभिभावकों को 12.30 घंटे तक इंतजार कराया। इसके बाद आरोपी अक्षय को गिरफ्तार किया गया। वहीं, काम में लापरवाही के लिए शुभदा शितोले को सस्पेंड कर दिया गया।
Badlapur : लोग सड़कों पर उतरे
बदलापुर रेप केस का आरोपी अक्षय शिंदे की करतूत कोलकाता रेप कांड के आरोपी संजय रॉय के मामले के बाद सामने आई। कोलकाता रेप कांड पर लोगों का गुस्सा फूटा हुआ था। इसमें बदलापुर रेप केस ने आग में घी डालने का काम किया। लोग सड़कों पर उतर गए। स्थानीय निवासियों ने बदलापुर स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध कर दिया। साथ ही स्कूल में तोड़फोड़ की। लोग इस घटना पर आक्रोश व्यक्त करने और आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग करने के लिए जुटे थे। विरोध-प्रदर्शन के कारण मुंबई-सूरत वंदे भारत, पुणे दुरंतो और अन्य प्रमुख ट्रेनों सहित कई लंबी दूरी की ट्रेनों का मार्ग भी बदलना पड़ा था। इसके साथ ही इंटरनेट बंद करने का भी आदेश दे दिया गया।
कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘पुलिस की कहानियां एक के बाद एक बदल रही हैं। पहले कहा गया कि उसने आत्महत्या करने की कोशिश की, फिर कहा गया कि यह एक एनकाउंटर है, फिर कहा गया कि वह पुलिस पर हमला कर रहा था। एनकाउंटर किसका होता है? एनकाउंटर आतंकवादियों, अंडरवर्ल्ड के गुनहगारों का होता है। ऐसा लगता है कि शायद पुलिस किसी उच्च पद पर बैठे व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रही है। यह बहुत गंभीर मामला है। मुझे लगता है कि CJI को इस मामले का स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और इस घटना को अपने हाथ में लेना चाहिए।’
ये भी पढ़ें: ‘चोर-भ्रष्टाचारी कहने से फर्क पड़ता है’: Arvind Kejriwal ने CM कुर्सी छोड़ने की वजह बताई
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कहा, ‘बदलापुर घटना के आरोपी का एनकाउंटर होना अच्छी खबर है। जो लोग इस एनकाउंटर पर सवाल उठा रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वे आरोपी के साथ खड़े हैं या महाराष्ट्र पुलिस के साथ। जब यह घटना हुई थी तो यही लोग कह रहे थे कि आरोपी को सार्वजनिक रूप से फांसी मिलनी चाहिए और आज वे इस पर सवाल उठा रहे हैं। मैं सभी विपक्षी नेताओं से अपील करूंगा कि वे आरोपी के लिए आंसू बहाने के बजाय महाराष्ट्र पुलिस के साथ खड़े हों।’